44 साल पहले इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट हाईजैक, 148 साल पहले रणजीत सिंह का जन्म, जिनके नाम से खेली जाती है रणजी ट्रॉफी https://ift.tt/3ihTcKX
जब भी भारत में विमान हाईजैक की बात आती है तो कंधार हाईजैक या नीरजा भनोट का जिक्र होता है। लेकिन, इससे पहले 1976 में भी इंडियन एयरलाइंस का विमान हाईजैक हुआ था। आज का इतिहास उसी हाईजैक से जुड़ा है।
इंडियन एयरलाइंस के विमान ने आज से 54 साल पहले दिल्ली से मुंबई के लिए उड़ान भरी थी। बोइंग 737 विमान में 66 यात्री थे। कुछ कश्मीरी युवक आजाद कश्मीर के मुद्दे पर ध्यान खींचना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक करने का फैसला किया था।
जहाज कमांडर बीएन रेड्डी और को-पायलट आरएस यादव चला रहे थे। उन्हें मुंबई से पहले जयपुर और औरंगाबाद रुकना था। टेक-ऑफ करते ही दो लोग कॉकपिट में आ गए। उन्होंने रेड्डी की कनपटी पर बंदूक अड़ाई और विमान लीबिया ले जाने के लिए अड़ गए।
पायलटों ने ईंधन कम होने का बहाना बनाया। विमान लाहौर (पाकिस्तान) ले गए। वहां पर मैप्स न होने का बहाना बनाया। पाकिस्तान के अधिकारियों ने मदद की और खाने में बेहोशी की दवा मिलाकर आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। 11 सितंबर 1976 को विमान सभी यात्रियों को लेकर भारत लौटा।
रणजीत सिंह का जन्म; उनके नाम से होती है रणजी ट्रॉफी
गुजरात के नवानगर में 10 सितंबर 1872 को सर रणजीत सिंह विभाजी जडेजा यानी रणजी का जन्म हुआ था। उनके नाम पर ही हमारे देश में घरेलू क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेला जाता है। वे नवानगर के 1907 से 1933 महाराजा भी रहे। रणजी भारत के पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं, जिन्होंने इंग्लिश क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और ससेक्स के लिए काउंटी क्रिकेट भी खेला। पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने 1935 में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत की। भूपिंदर सिंह के भतीजे दुलीप सिंह ने भी इंग्लैंड में फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेला और इंग्लिश क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व भी किया।
174 साल पहले सिलाई मशीन का आविष्कार
आज दुनिया के फैशन में तरह-तरह के कपड़े देखने को मिलते हैं। लेकिन, क्या यह बिना सिलाई मशीन के संभव होता? शायद नहीं। अमेरिका की टेक्सटाइल कंपनी में बतौर ट्रेनर 1835 में एलायस होवे ने काम शुरू किया। वहीं रहकर कड़ी मेहनत की और 11 साल में एलायस होवे ने ही सिलाई मशीन बनाई थी। 10 सितंबर 1846 को उन्होंने इसका पेटेंट करवाया था।
इतिहास के पन्नों में आज के दिन को इन घटनाओं की वजह से भी याद किया जाता है...
- सोवियत संघ ने 10 सितंबर 1961 में नोवाया जेमलिया क्षेत्र में परमाणु परीक्षण किया।
- संसद ने 1966 में पंजाब एवं हरियाणा के गठन को मंजूरी दी।
- संयुक्त राष्ट्र आम सभा में 1996 को व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि 3 के मुकाबले 158 मतों से स्वीकृत, भारत सहित तीन देशों द्वारा संधि का विरोध।
- येवगेनी प्रीमाकोव को 1998 में रूस का नया प्रधानमंत्री मनोनीत किया गया, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया परमाणु अप्रसार की दिशा में समन्वित प्रयास करने पर सहमत।
- यूरोपीय देश स्विट्जरलैंड 2002 में संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना।
- सर्वोच्च न्यायालय ने 2008 में उपहार अग्निकांड मामले में दोषी ठहराए गए अंसल बंधुओं की जमानत रद्द की।
- जेट एयरवेज प्रबंधन और उसके पायलट व्यापक समझौते पर 2009 में राजी हुए।
- इराक में 2013 को सिलसिलेवार बम धमाकों में 16 लोगों की मौत।
- रियो पैरा ओलिंपिक में मरियप्पन थंगवेलु ने 2016 में स्वर्ण पदक और वरुण भाटी ने कांस्य पदक जीता।
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